Friday, May 13, 2022

कॉलेज और प्रेम

Love in college
Library

 कॉलेज रोज़ जाता था। दिन भर प्रेमी जोड़े दिखते रहते थे या यूँ कहूँ कि आँखें खोजती रहती थी। एक लड़की रोज़ लाइब्रेरी में दिखती थी। एक दिन जब वो लाइब्रेरी में आयी तो साथ में एक लड़का कंधे पर बैग टाँगे उसके साथ साथ लाइब्रेरी में आया। लाइब्रेरियन ने डाँट दिया कि मालूम नहीं है कि बैग बाहर रखना होता है। लड़की हँस दी। लड़का मुस्कुरा दिया। दोनों घंटे भर लाइब्रेरी में बैठे रहे। लड़की अपने कोर्स की किताबें पढ़ती रही और लड़का कभी फ़ोन चलाता तो कभी यूँ ही किताबों के कुछ पन्ने पलट लेता। लड़की ने घंटे भर में क़रीब बीस पेज पढ़े। लड़के ने घंटे भर में दो पेज पढ़े। जिस लड़के को इतना नहीं मालूम कि लाइब्रेरी में बैग ले जाने की मनाही है मतलब वो लाइब्रेरी पहली बार आया होगा। दो पेज कम नहीं होते। मतलव प्रेम में बहुत ताकत होती है। प्रेम लड़के को किताबों के क़रीब तो ले ही आया।


नितीश कुमार
Nitish Kumar


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Monday, April 25, 2022

जीवन की सीढ़ी।

जीवन की सीढ़ी
जीवन की सीढ़ी

तुम यहाँ तक तुरंत या एक झटके में नहीं आये हो। याद करो तुमने कितनी कठिनाईया और कितनी मुश्किलों का सामना किया है, तब जाकर आज तुम यहाँ खड़े हो। कितनी मुश्किल से सीखा था पाँच लकीरों वाली कॉपी में 'अ' और A लिखना, और आज तुम Running में लिख रहे हो। कितनी मुश्किल से तुमने सीखा था अंको को और Fractions को जोड़ना, नाजाने कितने ही Word-Meaning याद किये होंगे, घूमते घूमते कविताए और पर्यायवाची को याद किया होगा। कितनी मुश्किल से याद की थी 17 की टेबल, लगाया था BODMAS, Componendo-Dividendo, कितनी तिकड़म से किये थे नाजाने कितने ही LHS = RHS, Area, Volume, Pythagoras जैसे अनगिनत सवाल।

अपने लड़कपन में, जब जवानी उफ़ान पर होती है, जब चंचलता चरम पर होती है, जब तुम्हे देना चाहिए था अपने प्यार को वक़्त तब तुमने अपना सब कुछ दिया HC Verma, Organic Chemistry, RD Sharma और Differentiation को। 

कितने ट्यूशन, कितनी क्लास, कितने टेस्ट दिए तुमने। 11वी 12वी के 100 चैप्टर एक बार में दिमाग में बिठाये तुमने, दिये इस देश के सबसे कठिन एग्जाम IIT, JEE, NEET, AIIMS, CAT.

जब कहा गया कि सफर यहीं तक था, उसके बाद भी दिये और और और एग्जाम। हर समय पर बार बार, तुमने अलग अलग जनसंख्या से प्रतिस्पर्धा की, रिश्तेदारों के तानों से प्रतिस्पर्धा की, खाली जेब से प्रतिस्पर्धा की, प्रेम से प्रतिस्पर्धा की। कितनी क्लास, कॉलेज, Exams, Viva, Marksheets, Cut offs से होते हुए तुम आज यहाँ तक पहुँचे हो।

कोई भी जब तुम्हें कहे कि तुम काबिल नहीं हो, ये सब याद करो, एक झटके में नहीं, तुम साल दर साल, एक एक सीढ़ी चढ़के यहाँ तक पहुँचे हों। और अगर तुम यहाँ तक पहुँचे हो, तो आगे कहीं भी पहुँच सकते हो। वक़्त तुम्हें सिर्फ आज के पड़ाव पर रोक सकता है, पर इससे नीचे नहीं गिरा सकता, वो तुम्हारी कांस्टेंट कमाई है। आज नहीं तो कल धीरे धीरे तुम कहीं भी पहुँच सकते हो।

कोई माई का लाल तुम्हें ये कह नहीं सकता कि तुम क्या हो? हमेशा हमेशा इस बात को याद रखना... कि तुम एक झटके में यहाँ तक नहीं पहुँचे हो।


नितीश कुमार
Nitish Kumar



  • कैसे आकाश में सूराख़ हो नहीं सकता,
       एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारो ।

  • मेरे सीने में ना सही, तेरे सीने में सही,
       हो कही भी आग लेकिन आग जलनी चाहिए ।

    -दुष्यंत कुमार

दुष्यंत कुमार
दुष्यंत कुमार


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Friday, April 8, 2022

युद्ध

Ukraine Vs Russia
Ukraine vs Russia

युद्ध जब समाप्त होगा और तुम विजय होगे। तुम इस जहां के सिकंदर बन चुके होगे। तब चारो ओर रणभूमि में बस लाशो का सेलाब होगा। तुम उन लाशो के ढेर पर खड़े होकर जश्न बनाओगे। मगर तुम्हारे जश्न में तुम्हारा साथ देने वाला कोई भी नही होगा। तुम देखोगे कि तुम कितने अकेले हो चुके हो। तुम तड़पोगे अपने जीत के किस्से सुनाने के लिए। तुम्हारे पास अब सब कुछ होगा मगर तुम्हारे जीत के किस्से सुनने के लिए एक जोड़ी कान भी तुम्हारे नसीब में नही रहेगा। क्योंकि ये लाशें तो ना ही सुन सकती और ना ही तुम्हारी जीत देख सकती है।


मैं चाहता हूं बंजर जमीन पर योद्ध लड़ा जाए। योद्धाओं के हाथ मे हथियार की जगह बीज और फावड़े दिए जाएं। इंसानो पर हथियार चलाने की जगह बंजर जमीन पर पूरी ताकत से फावड़ा चलाया जाए और बीज रोपा जाए। जो सबसे ज्यादा गुलाब उगयायेगा वो विजेता घोषित किया जाएगा। जीत किसी की भी हो ये दुनिया खुशबू सुंगेगी, लाशो की बदबू तो वैसे ही बहुत सुंग ली है। 


नितीश कुमार
Nitish Kumar


Russia Ukraine
After War

Russia Vs Ukraine war
Life After War



कौन शासन से कहेगा, कौन समझेगा
एक चिड़िया इन धमाकों से सिहरती है
-दुष्यंत कुमार


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